तिलंगी भा पतंगा एगो अइसन जीनिस चाहे वस्तु हऽ जेकरा सुता के मदद से उड़ावल जाला। तिलंगी एगो पाँख नियन सतह के बनल होखेला जेकरा मे एगो सुता बन्हल रहेला। कोनो तिलंगी तबे उड़ेले जब हावा के दाबाव सतह के उपरा कम आ नीचवा बेसी होला।[1] हावा जवना देने बहेला तवना देने तिलांगीयो जाले। एहिसे तिलंगी पऽ दुगो बर लागेला, एगो ऊपर देने आ एगो सोझा, एह दुनो बर के चलते जवन कुलि परिनाम बर तिलंगी पऽ लागेला तवना के सुता मे उत्त्पन भइल तान सम्हार लेवेला।

आसमान में उड़त कई किसिम के पतंगा
किसिम किसिम के पतंगा

द्रव्यन के सिधांत सभ पनियो प लागेला एहिसे तिलंगी के परयोग पनियो मे कईल जा सकेला बाकिर आजकाल ई परचलन मे नइखे।[2][3]

  1. "Beginner's Guide to Aeronautics". NASA. Archived from the original on 2015-03-25. Retrieved 2012-10-03.
  2. "Underwater kiting". 2lo.de. Retrieved 2012-10-03.
  3. "Hydro kite angling device Jason C. Hubbart". Retrieved 2012-10-03.