पृथिवी सूक्त अथर्ववेद क एगो सूक्त हवे। एह सूक्त के ऋषि अथर्वा हवें। ई अथर्ववेद की बारहवाँ कांड क पहिला सूक्त हवे जेह में पृथिवी के देवता मान के आराधन कइल गइल हवे। एह में कुल 63 मंत्र शामिल बाड़ीं जिनहन में पृथ्वी के भौतिक आ दैवी दुनों स्वरूप के आराधन बा।