बिहार पुलिस

बिहार राज्य के पुलिस बिभाग

बिहार पुलिस विभाग भारतीय राज्य बिहार खातिर एगो कायदा निर्वहनकारी संस्था बा।[3] जेकर मुख्यालय पटना मे बा। बिहार पुलिस द्वारा सकारल शक्ति 1,11,000 जवानन के बा आ 2017 ले 77,000 पुलिस जवान ई विभाग में फरज निभावत बाड़े। बिहार पुलिस खातिर साल 2020-21 खातिर बार्सिक बजट अनुमान ₹10,021 करोड़ (1.3 अरब अमेरिकी डॉलर) बा, जवना में से ₹145 करोड़ (18 मिलियन अमेरिकी डॉलर) पुलिस आधुनिकीकरण खातिर आवंटित कइल गइल बा।

बिहार पुलिस विभाग
Common nameबिहार पुलिस
AbbreviationBP
Mottoउत्कृष्टता की यात्रा
Agency overview
Formed1935
Annual budget10,021 करोड़ (US$1.4 बिलियन) (2020-21 est.) [1]
Legal personalityGovernmental: Government agency
Jurisdictional structure
Operations jurisdiction*राज्य of बिहार, भारत
बिहार पुलिस क्षेत्राधिकारी नाकसा
Governing bodyबिहार सरकार
General nature
Operational structure
Headquartersसरदार पटेल भवन, बेली रोड (नेहरू पथ), पटना
Elected officer responsibleनीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
Agency executiveआर.एस.भट्टी (IPS)[2], DGP
Child agencyपटना पुलिस
Website
biharpolice.bih.nic.in
Footnotes
* Divisional agency: Division of the country, over which the agency has usual operational jurisdiction.

इतिहास संपादन करीं

2000 बरिस पहिले मगध साम्राज्य में तिव्र पुलिसिया प्रथा अमल में होखे ऐसन ऐतिहासिक सबुत बा‌। जहवा पुलिस के मुखिया दण्डपाल के नांव से चिन्हात रहले। उनकर मुख्य भूमिका समाज में कायदा आ बेवास्था के सुरक्षा के रहे। यद्यपि लगाम् वसुली आ बिद्रोह के दमनला अर्थशास्त्र के कठोर नियमन के पालन होखत रहे।

भारतीय पुलिस अधिनियम 1861 के प्रावधान के चलते 1862 में बिहार में आधुनिक पुलिस के शुरुआत भईल रहे, 1912 में बङाल से बिहार के स्वतंत्र प्रांत के रूप में उकेल्ला के बाद पुलिस के मूरभूत संरचना आज के रूप में बनल रहे। स्वतंत्रता से पहिले के बिहार पुलिस बल के केतनहे प्रसिद्ध पुलिस अधिकारी सजवले। ई तनि-बहुत प्रसिद्ध पुलिस अधिकारीयन के नाम बाटे;

  • श्री वाल्टर स्वेन
  • श्री एके सिन्हा

कवनो प्रांत के आईजीपी बने वाला पहिला भारतीय

  • श्री बीएन मुलि

इंटेलिजेंस ब्यूरो के संस्थापक आ पुलिस के डिप्टी सुपरिटेंडेंट

  • खान बहादुर अजीजुल हक

फिंगरप्रिंट वर्गीकरण प्रणाली के प्राथमिक विकास के श्रेय दिहल जाला

  • सर एडवर्ड रिचर्ड हेनरी

प्रख्यात ‘1024 कबूतर छेद’ कैबिनेट सिस्टम के प्राथमिक बिकास के श्रेय दिहल गइल जेकर नाँव अंत में उनके ईनकरे नाँव पर रखल गइल।

आजादी के बाद बिहार पुलिस 1952 में पुलिस कल्याण कोष, पुलिस अस्पताल आ पुलिस सूचना खण्ड (पीआईआर) के निर्माण नियन नाया पुलिसिंग अउरी कल्याणकारी प्रथा के शुरूआत के संङे समृद्ध परंपरा के बिरासत के धारण कईले बाटे। 1958 में पुलिस आयोगो के निर्माण भईल। जवना के आदेश पुलिस के जनता के लगे लियावेके रहे|बिहार पुलिसकर्मी संघ जवन पुलिसकर्मीयन के हित के देखभाल करेला, 1967 में पूरा भारत में पहिला पुलिस कल्याण संघ में से एगो रहे। पटना पुलिस के 2018 में आपन नावका मुख्यालय सरदार पटेल भवन, बेली रोड पऽ बेटाइल। सातताला कोठी जवना के ऊपर हेलीपैड बाटे, अंदाजे 53,000 वर्ग फुट के क्षेत्र में पसरल बा। 1917 से पहिले बिहार पुलिस के पुलिस मुख्यालय पुरान सचिवालय भवन में रहे। आजु बिहार पुलिस ओह जनता के सहयोग से जवना के सेवा करे के ओकरा आदेश दिहल गइल बा आ ओकर उत्कृष्टता के समृद्ध परंपरा ओकरा सम्मुख आवेवाला लाखन चुनौतियन के सामना करे आ ओकरा से पार पावे खातिर दृढ़ता से प्रतिबद्ध बाटे।

संदर्भ संपादन करीं

  1. "Bihar Budget Analysis 2021-22".
  2. "Senior IPS Rajwinder Singh Bhatti appointed new Bihar DGP". Zee News (अंग्रेजी में). Retrieved 2023-01-29.
  3. Debashish Karmakar (10 Apr 2017). "Bihar ranks 33rd in police-public ratio, Jharkhand better | Patna News - Times of India". The Times of India (अंग्रेजी में). TNN. Retrieved 2021-06-17.