मोती बीए
भोजपुरी लेखक आ कवी
मोतीलाल उपाध्याय (1 अगस्त 1919 – 18 जनवरी 2009) जिनके मोती बी.ए. के नाँव से बेसी जानल जाला, भोजपुरी, हिंदी आ उर्दू भाषा के गीतकार, कवि-साहित्यकार आ रहलें।[1] उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला में बरहज के लगे जनमल मोती बीए के भोजपुरी भाषा के गीत सभ के हिंदी सिनेमा में अस्थापित करे के श्रेय दिहल जाला। एकरे अलावा ऊ हिंदी फिलिम सभ खाती गीत भी लिखलें आ कई फिलिम सभ में एक्टिंग ओ कइलें।
मोती बीए | |
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जनम | मोतीलाल उपाध्याय अगस्त 1, 1919 देवरिया, उत्तर प्रदेश |
निधन | जनवरी 18, 2009 | (उमिर 89)
भाषा | भोजपुरी, हिंदी, उर्दू |
राष्ट्रियता | भारतीय |
शिक्षा | एम.ए., बीटी |
महतारी संस्था | काशी विश्वविद्यालय |
बिधा | गीत, कविता, लेख |
जीनगी
संपादन करींई उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला मे जनमलन। बिद्यालय के पढ़ाई इहाँ के कींग जॉर्ज स्कूल से १९३४ मे समाप्त कइनी।[2] फेर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से १९३८ मे बिए कइलन।
पेसा
संपादन करीं१९४४ से १९५२ ले ई गीतकार आ संगीतकार रहलन। मोतिजी पंचोली आ फिल्मीस्तान जस कंपनी मे काम कइलन। १९५२ मे देवरिया श्री कृष्ण इंटर कॉलेज मे ई प्राध्यापक बनलन।[3]
रचना
संपादन करीं- लतिका
- प्रतिबिम्बनी
- शेक्सपियर के सॉनेट का हिंदी पद्यानुवाद
- सेमर के फूल
- तुलसी रसायन
- मोती के मुक्तक
- महुआबारी
- बन बन बोले कोइलिआ
पुरस्कार आ मान
संपादन करींसंदर्भ
संपादन करीं- ↑ "भोजपुरी की दुनिया में मोती बीए की है अमिट छाप". अमर उजाला.
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: CS1 maint: url-status (link) - ↑ "100 BIRTH ANNIVERSARY OF BHOJPURI WRITER MOTI BA". डेली बिहार. Archived from the original on 2020-06-10.
- ↑ तिवारी, अर्जुन (2014). भोजपुरी साहित्य के इतिहास (किताब). विश्वविद्यालय प्रकाशन. p. 165.
- ↑ "BHASHA SAMMAN AWARDEES". साहित्य अकादमी.
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