राग यमन
यमन चाहे इमन हिंदुस्तानी संगीत के एगो प्रमुख राग हवे। ई कल्याण ठाट के राग हवे आ एह में सातो सुर के इस्तेमाल होला। कल्याण ठाट के होखे के कारन एह में तीव्र मध्यम (म॑) के इस्तेमाल होला। एह तरीका से ई संपूर्ण-संपूर्ण जाति के राग हवे।
ठाट | Kalyan |
---|---|
प्रकार | Sampurna |
समय | Early night, 6–9 |
आरोह | Ni Re Ga Ma(tivra Ma i.e. Ma#) Pa Dha Ni Sa' |
अवरोह | Sa' Ni Dha Pa Ma((tivra Ma i.e. Ma#)) Ga Re Sa |
पकड़ | Ni-Re-Ga-/Re-Ma(Kori Ma/tivra Ma i.e. Ma#)-Pa-/Ma(Kori Ma/tivra Ma i.e. Ma#)-Pa-Dha/Dha-Ni-Sa'(upper octave) |
वादी | Ga |
संवादी | Ni |
पर्यावाची | Kalyan |
समकक्ष | |
समानता | Yaman Kalyan |
एकरा सभसे नगीचे के राग यमन कल्याण हवे जेह में हल्का सा इस्तेमाल शुद्ध मध्यम (म) के होखे ला।
भूपाली आ भैरव नियर रागन के साथे ई कुछ अइसन रागन में गिनल जा सके ला जे शुरूआती हवें आ संगीत सीखे-सिखावे में सभसे पहिले इनहन के ट्रेनिंग होखे ला।
बिबरन
संपादन करीं- आरोह
ऩि रे ग, म॑ प, ध नि सां
- अवरोह
सां नि ध प, म॑ ग रे सा
- पकड़
ऩि रे ग रे, प रे, ऩि रे सा
इहो देखल जाय
संपादन करींसंदर्भ
संपादन करींई संगीत-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |