लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल जेकरा के संछेप में एलएसी (LAC) के नाँव से आ हिंदी में वास्तविक नियंत्रण रेखा के नाँव से जानल जाला, भारत आ चीन के बीचा में सीमा बिबाद के चलते बनल एगो मोटा-मोटी तरीका से परिभाषित लाइन हवे जेकरे एक ओर भारत के कंट्रोल वाला हिस्सा बा आ दुसरे ओर चीन के कंट्रोल वाला हिस्सा बाटे। ई कौनों स्पष्ट तरीका से परिभाषित लाइन ना हवे न एह देसन के बीचा के सीमा रेखा (बार्डर) हवे बलुक सीमा बिबाद पर फैसला हो जाए तक ले शांति-सदभाव कायम रखे खातिर बीछल लाइन हवे जेकरा एक से दुसरे ओर दुनों देस के सैनिक न जायँ।

The western portion of the Line of Actual Control, which lies between Chinese-controlled and Indian-controlled territory in the Himalayan region. The line was the focus of a brief war in 1962, when Indian and Chinese forces struggled to control land where, "not even a blade of grass grows," as Indian Prime Minister Jawaharlal Nehru put it.
The map shows the Indian and Chinese claims of the border in the western (Aksai Chin) region, the Macartney–MacDonald line, the Foreign Office Line, as well as the progress of Chinese forces as they occupied areas during the Sino-Indian War.

शब्द आ ई कांसेप्ट पहिली बेर चीनी प्रीमियर झाऊ एनलाइ अपना एगो चिट्ठी में 1959 में कइलें जे ऊ भारतीय परधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के लिखले रहलें। बाद में चल के ई लाइन 1962 के भारत-चीन लड़ाई के बाद जहाँ जुद्ध रुकल ओह लाइन के रूप में परिभाषित भइल। एह तरीका से एकर दू गो रूप बन गइल 1959 के एलएसी आ 1962 के एलएसी। भारत एह कांसेप्ट आ लाइन के बहुत बाद में, 1993 में नरसिंहा राव के सरकार के समय माने शुरू कइलस, शांति बनावे खातिर।

एह लाइन के तीन हिस्सा में बाँट के देखल जाला। पूरुब सेक्शन, जे भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश आ चीन के बीचा में बा; बीच के सेक्शन जे सिक्किम आ चीन के बीचा में बा; आ पच्छिमी सेक्शन जे भारत के लद्दाख आ चीन के अधिकार वाला अक्साई चिन के इलाका के बीचा में बाटे। भारत सरकार के ओर से कौनों अइसन नक्शा नइखे जारी कइल गइल जे पब्लिक खाती उपलब्ध होखे आ बतावे की भारत एह लाइन के कहाँ चिन्हित करे ला। भारत के जवन नक्शा सर्वे ऑफ़ इंडिया द्वारा छापल जाला ओह में मैक-मोहन लाइन के सीमा मान के अक्साई चिन के इलाका के लद्दाख के हिस्सा के रूप में देखावल जाला।