लालू प्रसाद यादव

बिहार क 20वाँ मुख्यमंत्री आ पूर्व केंद्रीय मंत्री

लालु प्रसाद यादव[2](जनम 11 जून 1948)[3] एगो भारतीय राजनीतिक नेता बाड़ें। यादव, भारत के बिहार राज्य से हवें आ राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष बाड़ें आ बिहार राज्य के मुख्यमंत्री आ पंद्रहवीं लोकसभा में सांसद आ भारत के रेलमंत्री रह चुकल बाने।

लालू यादव
लालू यादव
रेलमंत्री
कार्यकाल
24 मई 2004 – 23 मई 2009
प्रधानमंत्रीमनमोहन सिंह
इनसे पहिलेनीतीश कुमार
इनके बादममता बनर्जी
सीटसारन
बिहार के मुख्यमंत्री
कार्यकाल
4 अप्रैल 1995 – 25 जुलाई 1997
इनसे पहिलेराष्ट्रपति शासन
इनके बादराबड़ी देवी
कार्यकाल
10 मार्च 1990 – 28 मार्च 1995
इनसे पहिलेजगन्नाथ मिश्र
इनके बादराष्ट्रपति शासन
भारतीय संसद सदस्य
छपरा सीट से
कार्यकाल
24 मई 2004 – 22 मई 2009
इनसे पहिलेराजीव प्रताप रूडी
इनके बादसीमांकन नया
कार्यकाल
2 दिसंबर 1989 – 13 मार्च 1991
इनसे पहिलेरामबहादुर सिंह
इनके बादलाल बाबू राय
कार्यकाल
23 मार्च 1977 – 22 अगस्त 1979
इनसे पहिलेरामशेखर प्रसाद सिंह
इनके बादसत्य देव सिंह
निजी जानकारी
जनमलालू प्रसाद यादव
(1948-06-11) 11 जून 1948 (उमिर 76)
गोपालगंज, बिहार, भारत[1]
राजनीतिक पार्टीराष्ट्रीय जनता दल (वर्तमान में)
जीवनसाथीराबड़ी देवी
संतान7 बेटी 2 बेटा
महतारी संस्थापटना विश्वविद्यालय

लालू प्रसाद यादव पटना विश्वविद्यालय के छात्र राजनीति से आपन राजनीतिक कैरियर के सुरुआत कइलें आ 1977 में जनता पार्टी के कैंडिडेट के रूप में 29 बरिस के उमिर में, तबतक के सभसे कम उमिर वाला लोक सभा सांसद चुनल गइलें।[4] साल 1990 में यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनलें आ 1997 में चारा घोटाला में भ्रष्टाचार के आरोप में उनके इस्थीपा देवे के परल। 1997 से 2005 ले इनके मेहरारू राबड़ी देवी बिहार के मुख्यमंत्री रहली, लालू के आलोचक लोग एकरा के लालू के अप्रत्यक्ष सरकार के रूप में देखे ला।[5] बिहार में लालू के शासन के कानून बिहीन राज आ जंगल राज के नाँव दिहल जाला।[6] लमहर समय के बाद साल 2015 में लालू यादव के दल नीतीश कुमार के साथे बिहार बिधान सभा में पावर में आइल बाकी साल 2017 के जुलाई में लालू यादव, राबड़ी देवी आ तत्काल में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (लालू यादव के बेटा) के खिलाफ एन्फोर्समेंट डाइरेक्टरेट आ सीबीआई के द्वारा कई गो मामिला दर्ज करे के बाद नीतीश कुमार इनके पार्टी के पाछे हटा के, भाजपा के साथ मिल के सरकार बना लिहलें।

भीड़ खींचे वाला, चल्हाँक[7][8] आ मनोरंजक[9] नेता के रूप में पहिचान वाला यादव पर प्रदेश में जाति आधारित राजनीति के बढ़ावा देवे वाला भी मानल जाला[8], आ इनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामिला दर्ज बाने[10] 3 अक्टूबर 2013 के इनके पाँच साल के सजा आ ₹25 लाख के जुर्माना सीबीआई अदालत द्वारा चारा घोटाला मामिला में कइल गइल,[9] आ दुबारा एही मामिला में 23 दिसंबर 2017 के साढ़े तीन साल के सजा सुनावल गइल,[11] जबकि इनके सांसद बेटी मीसा भारती के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति के मामिला एन्फोर्समेंट डाइरेक्टरेट द्वारा दर्ज कइल गइल बा,[12] आ चारा घोटाला के तीन गो मामिला अभिन भी इनका पर अदालत में लंबित बाने।[13]

  1. "Profile: Lalu Prasad Yadav". टाइम्स ऑफ इंडिया.
  2. "Scanned Copy of 2009 Lok Sabha election affidavit". Association of Democratic Reforms. Retrieved 4 अक्टूबर 2013.
  3. While the Indian media was unsure as to the spelling of his name, in जून 2004, he issued a clarification to the media to endure that his name was spelt as Lalu and not Laloo."It's Lalu not Laloo and it's official (24 जून 2004)". Rediff.com. Retrieved 8 May 2006.
  4. "Lalu Prasad Yadav". Mapsofindia.com. Retrieved 3 अक्टूबर 2013.
  5. "Rabri's kitchen instinct". India Today. Archived from the original on 23 April 2009. Retrieved 28 April 2009.
  6. "Bihar: after the "Jungle Raj"". Reuters. 14 April 2009. Archived from the original on 4 March 2016. Retrieved 6 January 2018.
  7. Amita Malik. "Laloo in Wonderland". The Tribune. Retrieved 18 May 2006.
  8. 8.0 8.1 Amberish K Diwanji. "Laloo in a rascal, but I will vote for him". Rediff.com. Retrieved 25 February 2007.
  9. 9.0 9.1 bbc (3 अक्टूबर 2013). "India corruption: Laloo Prasad Yadav jailed for five years". BBC News India. Retrieved 4 अक्टूबर 2013.
  10. "Laloo Prasad taken into custody, BBC News, 5 April 2000". BBC News. 5 April 2000. Retrieved 3 अक्टूबर 2013.
  11. http://www.bbc.com/hindi/india-42549667
  12. Lalu Prasad Yadav convicted in second fodder scam case Archived 2018-01-07 at the Wayback Machine, Economic Times, 23 Dec 2017.
  13. RJD chief Lalu Prasad Yadav convicted in fodder scam, Deccan Chronicle, 24 Dec 2017.