विकिपीडिया पर, नोटेबिलिटी एक किसिम के टेस्ट चाहे कसौटी हवे, ई तय करे खातिर कि कौनों बिसय पर अलगा से लेख बनावल जाये लायक बा कि नाहीं।

विकिपीडिया पर लिखल जाये वाली चीज अइसन होखे के चाहीं जेकर सत्यापन कइल जा सके; अगर कौनों बिसय पर भरोसा आ बिस्वास करे लायक, बिसय के स्वतंत्र स्रोत सभ ना मिलत होखें, अइसन बिसय पर अलग टाइटिल से स्वतंत्र लेख ना बनावल जाये के चाहीं। विकिपीडिया एगो ज्ञानकोश हवे, बिना सोच-बिचार कइले सामग्री सभ के गल्ला लगा देवे के जगह ना हवे; एहीसे ई नोटेबिलिटी के बिचार इहाँ ई तय करे खातिर हवे की एह ज्ञानकोश में अंधाधुंध तरीका से टॉपिक सामिल करे से बचाव हो सके। एह ज्ञानकोश में सामिल होखे वाला लेख आ लिस्ट सभ अइसन बिसय पर होखे के चाहीं जे बिसय नोटेबल होखे, "नोटिस में लेवे लायक होखे"। नोटेबिलिटी के तय करत समय बिसय के परसिद्धी, महत्व आ पॉपुलर होखे नियर चीज जरूरी ना बाटे कि फैसला लेवे के आधार बनें, हालाँकि, अगर बिसय नीचे दिहल गइल दिसानिर्देश सभ के अनुसार ज्ञानकोश में सामिल कइल जाये लायक पावल जाय, तब अइसन चीज सभ बिसय के स्वीकार करे के पक्ष में अउरी बेसी मददगार जरूर हो सके लें। मतलब ई कि दिसानिर्देसवन के मोताबिक अगर नोटेबिलिटी साबित हो रहल होखे तब परसिद्धी, महत्व आ पॉपुलरिटी नियर चीज ओह में इजाफा क सके लें, खुद इनहने के आधार बना के नोटेबिलिटी साबित ना कइल जाये के चाहीं।

कौनों बिसय (टॉपिक) के अलगा टाइटिल से लेख के रूप में रखल जाये लायक मानल जा सके ला[नोट 1]:

  1. अगर ऊ नीचे दिहल जनरल नोटेबिलिटी दिसानिर्देश पर खरा उतरत होखे; आ
  2. विकिपीडिया का ना हवे, एह नीति के तहत बाहर न कइल गइल होखे (मने कि एह नीति के उलंघन न करत होखे)।

ऊपर बतावल दुनों चीज के हिसाब से सही होखे की बावजूद एह बात के गारंटी ना बा कि कौनों बिसय पर जरूरी तौर पर अलगा से लेख बनावले जाय। संपादक लोग अपना बिबेक अनुसार कौनों दू गो, चाहे दू से अधिका संबंधित बिसय सभ के एक्के लेख के रूप में बनावे, चाहे पहिले से बनल दू या बेसी लेखवन के एक्के में विलय करे, के बारे में निर्णय ले सके ला।

ई दिसानिर्देस एह बात के रूपरेखा भर बतावे ला कि कौनों बिसय अलगा से लेख भा लिस्ट बनावे खातिर केतना लायक बा। ई दिसानिर्देस सभ लेख या लिस्ट के सामग्री पर (मने की लेख भा लिस्ट के अंदर लिखल जाये वाली चीज पर) कौनों सीमा ना लगावे लें (हालाँकि, कई बेर लिस्ट सभ में कौनों आइटम भा एंट्री के सामिल कइल जाय कि नाहीं एह बात के निर्धारण करे में ई बिचार कइल जाला कि ऊ आइटम भा ओह एंट्री के बिसय नोटेबल बा की नाहीं)[नोट 2]। लेखवन के सामग्री के बारे में (मने की, अंदर लिखल जाये वाली चीज सभ के बारे में) विकिपीडिया के तटस्थ नजरिया, सत्यापनीय चीज, मूल रिसर्च मनाहीं, विकिपीडिया का ना हवे, आ जियत लोग के जीवनी देखल जा सके ला।

जनरल नोटेबिलिटी दिसानिर्देस संपादन करीं

कौनों बिसय के अलगा टाइटिल से लेख चाहे लिस्ट के रूप में विकिपीडिया पर रखे लायक मानल जा सके ला अगर, ओह टाइटिल के बिसय से स्वतंत्रभरोसा करे लायक स्रोत सभ में ब्यापक महत्व के कभरेज मिलल होखे; ओह बिसय पर बिस्तार से आ मजिगर चर्चा अइसन स्रोत सभ में मौजूद होखे।

  • ब्यापक महत्व के कभरेज टॉपिक पर डाइरेक्ट आ डिटेल में बिबरन आ जानकारी वाला होखे ला, जवना से कि अइसन कभरेज सभ से विकिपीडिया लेख खातिर सामग्री निकाले में मूल रिसर्च के जरूरत ना पड़े ला। अइसन कभरेज कौनों तुच्छ भा छोट-मोट चलताऊ जिकिर से कहीं बेसी होखे लें, भले स्रोत के मूल टॉपिक उहे न होखे (जवना टॉपिक पर विकिपीडिया लेख बनावल जा रहल बा)।
  • भरोसेमंद के मतलब बा कि स्रोत सामग्री खुद संपादकीय सत्यनिष्ठा आ अखंडता के साथे लिखल गइल बा आ जवना के आधार पर भरोसेमंद स्रोत दिसानिर्देस के हिसाब से सत्यापन जोग होखल प्रमाणित कइल जा सके। बिसय से जुड़ाव आ बिसय के प्रति झुकाव के चलते तारीफी, महिमामंडन, निंदा चाहे नीचा देखावे के नीयत से लिखल स्रोत सभ के संपादकीय सत्यनिष्ठा आ वस्तुनिष्ठता के उलंघन मानल जाला आ अइसन स्रोत के नोटेबिलिटी खातिर, बिसय के ज्ञानकोशीय महत्व वाला होखे के, परमान ना मानल जाला; हालाँकि, अगर नोटेबल होखल पहिले से परमानित होखे अइसन स्रोत सभ में मौजूद फैक्ट (तथ्य) सभ के, लेख के सामग्री में जोड़े खाती, संदर्भ के रूप में इस्तेमाल कइल जा सके ला अगर फैक्ट के अउरीयो जगह से सही साबित-परमानित कइल जा सके। स्रोत कौनों भी भाषा में छपल रचना/कृति हो सके ला, आ कौनों किसिम के प्रकाशन मीडिया में हो सके ला। टॉपिक के अलग सेकेंडरी सोर्स सभ जे टॉपिक के बिस्तार से कभर करत होखें नोटेबिलिटी के बढियाँ कसौटी साबित होखे लें।
  • स्रोत[नोट 3] सभ के सेकेंडरी स्रोत होखे के चाहीं, काहें से की अइसने स्रोत बिसय के बारे में ऑब्जेक्टिव (वस्तुनिष्ठ हो के) नोटेबिलिटी अस्थापित करे लें। स्रोत सभ के गिनती के बारे में कौनों ख़ास नियम ना बा काहें से की स्रोत के क्वालिटी आ गहिराई अलग-अलग हो सके ले; हालाँकि, कई गो स्रोत से बात के परमाणित कइल जाय तब बेहतर तरीका से नोटेबिलिटी साबित कइल जा सके ला।[नोट 4] जाहिर बा कि अगर बिसय वास्तव में नोटेबल होखी तब ओकरा बारे में कई स्रोतन सब पर जानकारी जरूर होखी। एकही लेखक भा समूह/संस्था द्वारा कई जगह, कई पब्लिकेशन से, छपावल सामग्री के एकही स्रोत मानल जाला।
  • बिसय से स्वतंत्र के तहत अइसन स्रोत सभ के नोटेबिलिटी साबित करे में गिनती से बहरें कइ दिहल जाला जे लेख के बिसय से कौनों तरीका से सीधा संबंधित होखें मने की लेख जेकरे बारे में होखे ऊ खुद लिखले होखे चाहे लिखववले होखे तब अइसन स्रोत बिसय से स्वतंत्र ना मानल जाई। उदाहरण खातिर, बिज्ञापन, प्रेस रिलीज, आत्मकथा आ बिसय के खुद के वेबसाइट वगैरह के स्वतंत्र स्रोत ना मानल जा सके ला।[नोट 5]
  • मानल जा सके ला माने बिस्वसनीयस्वतंत्र स्रोत सभ में ब्यापक कभरेज अइसन मान्यता के सपोर्ट करे ला कि बिसय नोटेबल बा, न की एह बात के गारंटी देला, कि एह पर अलग टाइटिल से लेख बनावले जाय। गहिराई से चर्चा होखे तब अइसनो निर्णय पर पहुँचल जा सके ला कि हकीकत में टॉपिक अलगा से लेख बनावे लायक ना बा - साइद ई विकिपीडिया का ना हवे के, बिसेस रूप से, "विकिपीडिया जानकारी के अंधाधुंध संग्रह ना हवे" नियम के के उलंघन करत होखे।[नोट 6]

अगर टॉपिक ऊपर बतावल पैमाना पर नोटेबल न साबित हो सके लेकिन ओह में ज्ञानकोश लायक महत्व के आ सत्यापन सहित जानकारी होखे, अइसन जानकारी दुसरे संबंधित लेख में संछेप में सामिल करे पर बिचार कइल जा सके ला।

नोटेबिलिटी दिसानिर्देस लेख चाहे लिस्ट के भीतर के सामग्री पर ना लागू होखे लें संपादन करीं

लेख चाहे लिस्ट के रखल जाय कि ना एह बात खातिर बनावल ई नोटेबिलिटी पैमाना लेख चाहे लिस्ट के भीतर रखल जाये वाली सामग्री पर ठीक ओही तरीका से ना लागू होला। लेख में चाहे लिस्ट में कौनों चीज शामिल होखे लायक नोटेबल बा कि ना ई बात उचित वजन, बैलेंस, आ अउरी बाकी सामग्री नीति सभ द्वारा तय होखे ला। हालाँकि, कुछ लिस्ट सभ में ई बंधन लगावल जा सके ला कि ओह में कौनों एंट्री तबे जोड़ल जाय जब ओह एंट्री के अलगा से लेखो रखल जा सके लायक नोटेबिलिटी जरूर होखे।

लेख के सामग्री नोटेबिलिटी ना तय करे ला संपादन करीं

नोटेबल होखल बिसय के लच्छन हवे विकिपीडिया लेख के नाहीं। अगर लेख के बिसय के भरपूर तरीका से विकिपीडिया के बहरें कभरेज न मिलल होखे, खाली भर विकिपीडिया के लेख में केतनों कइल सुधार बिसय के अचानक से नोटेबल ना बना देई। एकरे ठीक उलटा, अगर भरपूर कभरेज वाला तटस्थ आ भरोसेमंद स्रोत उपलब्ध होखे, विकिपीडिया लेख में सामग्री के लिखे के खराब शैली चाहे संदर्भ दिहले के कमजोरी से बिसय के नोटेबिलिटी कम ना हो जाई।

नोटेबिलिटी खातिर सत्यापन जोग सबूत के जरूरत होखे ला संपादन करीं

नोटेबिलिटी दिसानिर्देस के सभसे आम बात ई हवे कि नोटेबल होखे के दावा के सपोर्ट करे खातिर सत्यापन जोग, ऑब्जेक्टिव सबूत होखे के चाहीं कि बिसय के अन्य स्वतंत्र स्रोत सभ में भरपूर महत्व मिलल बाटे।

कौनों भी बिसय ऑटोमेटिक चाहे निहित रूप में नोटेबल ना हो जाई बस एह आधार पर कि ओकर अस्तित्व बाटे, ऊ चीज मौजूद बा: सबूत से ई साफ़ होखे के चाहीं बिसय के महत्वपूर्ण स्वतंत्र कभरेज आ पहिचान मिलल बाटे, आ ई कौनों छोट समय खातिर (शॉर्ट-टर्म इन्ट्रेस्ट) ना रहल रहे, कौनों परमोशन वाली चाहे बिनाबिबेक पब्लिसिटी परचार के परिणाम ना रहल रहे, न बिसय कौनों अउरी कौनों किसिम के कारण से ज्ञानकोश में शामिल करे जोग न होखे। अइसन सबूत के स्रोत में जानल-मानल पियर-रिव्यूड प्रकाशन, बिस्वसनीय आ अथारिटेटिव पुस्तक, प्रतिष्ठित (रेप्युटेबल) मीडिया स्रोत, आ अन्य आम बिस्वास जोग स्रोत सामिल बाड़ें।

नोटेबिलिटी स्रोत के मौजूदगी पर आधारित होला, लेख में स्रोत के संदर्भ दिहले के स्थिति के आधार पर ना संपादन करीं

लेख में स्रोत के संदर्भ अगर नइखे दिहल गइल एकर मतलब ई ना होखे ला कि बिसय नोटेबल नइखे। नोटेबिलिटी खातिर बस उचित भरोसेमंद आ स्वतंत्र स्रोत के मौजूदगी भर होखल जरूरी बा, उनहन के तत्काल लेख में संदर्भित चाहे उद्धृत कइल (साइटेशन) होखल जरूरी ना बाटे। एही से जब कौनों लेख के नोटेबिलिटी पर बिचार करे के होखे संपादक लोग के खाली भर लेख में दिहल स्रोत के ऊपर बिचार ना करे के चाहीं बलुक अउरी अइसन स्रोत होखले के संभावना पर भी धियान देवे के चाहीं। एही कारन, नोटेबल न होखे के कारन लेख के हटावे खातिर नामांकन करत घरी, चाहे नोटेबिलिटी के प्रश्न पर हटावे के चर्चा में आपन राय रखत घरी संपादक लोग के एह बात खातिर उत्साहित कइल जाला कि ऊ लोग स्रोत खोजे आ अउरी स्रोत होखे के संभावना पर बिचार करे अगर खाली सर्च से स्रोत नइखें मिलत।

विकिपीडिया लेख कौनों फाइनल ड्राफ्ट ना होखे लें, लेख के बिसय नोटेबल हो सके ला अगर अइसन स्रोत उपलब्ध होखें, भले लेख में उनहन के जिकिर अभिन ले न कइल गइल होखे। जबले ई संभावना बरकरार होखे कि लेख के नोटेबल साबित करे खातिर स्रोत खोजल आ दिहल जा सके लें, कौनों लेख के नोटेबिलिटी कम होखे के कारन हटावल बहुत उचित ना होला। हालाँकि, अगर एक बेर लेख के नोटेबिलिटी के चैलेंज कइल गइल तब खाली भर ई कहे से कि अइसन स्रोत उपलब्ध बाड़ें कौनों मजबूत तर्क ना साबित होला, बिसेसकर जब समय बीत रहल होखे आ स्रोत के वास्तव में प्रस्तुत न कइल जा सके।

नोटेबिलिटी टेंपरेरी ना होला संपादन करीं

नोटेबिलिटी टेंपरेरी (तात्कालिक भा अल्पकालिक) ना होला; एक बेर अगर बिसय नोटेबिलिटी के जनरल दिसानिर्देस के हिसाब से "महत्वपूर्ण कभरेज" वाला साबित भ गइल, ई अपेक्षा ना रखे के चाहीं की ओकरा के आगे भी लगातार कभरेज मिलत रहे के चाहीं।

भले नोटेबिलिटी खुद अपने-आप में टेंपरेरी ना होखे ले, समय-समय पर एकर दोबारा मूल्यांकन कइल जा सकत बा आ संपादक लोगन द्वारा नोटेबिलिटी के सबूत चाहे कौनों पहिले से मौजूद लेख के नोटेबिलिटी के आधार पर उचित होखले के परमान हटावे के चर्चा द्वारा माँगल जा सके लें; चाहे पहिले रखे लायक ना मानल गइल आ हटावल जा चुकल लेख खातिर नाया सबूत सोझा आ सके लें। एह तरीका से कौनों लेख के हटावे खाती प्रस्ताव ओकरा निर्माण के महीना-दू-महीना चाहे सालन बादो रखल जा सके ला, चाहे कौनों नया सबूत जब कभी सोझा आवे जे नोटेबिलिटी के सपोर्ट करत होखे लेख के दोबारा बनावल जा सके ला। हालाँकि, अगर हटावल जा चुकल लेख कौनों खास नाया सबूत के बिना बेर-बेर एह तरह के समीक्षा खातिर रखल जा रहल होखे, अइसन चर्चा दोबारा सुरू करे पर प्रबंधक लोगन द्वारा समय के प्रतिबंध भी लगावल जा सके ला।

  1. presumed: मने की अइसन मानल सही आ उचित बा, तबे तक ले, जबतक ले कि केहू आवे आ चैलेंज क के अइसन धारणा के गलत न साबित कइ दे।
  2. उदाहरण खातिर लिस्ट कौनों आधार पर लोगन के नाँव के लिस्ट होखे तब ई जरूर बिचार कइल जा सके ला कि ओह लिस्ट में जवना ब्यक्ति लोगन के नाँव सामिल कइल जा रहल बा ऊ खुद अतना नोटेबल बा लोग कि ना। कई बेर कुछ लिस्ट सभ में संपादक लोग इहो निर्णय ले सके ला कि ओह लिस्ट में अइसने एंट्री जोड़ल जाय जेह पर पहिले से लेख बनल होखे आ ओह लेख के बिसय के नोटेबिलिटी पर संदेह न होखे।
  3. जेह में अखबार, किताब आ ई-बुक, पत्रिका, टीवी आ रेडियो डाकुमेंटरी, सरकारी एजेंसी सभ के रपट, आ एकेडेमिक जर्नल वगैरह शामिल बा लेकिन ई लिस्ट अतने ले सीमित ना बा। अगर कई गो स्रोत ना मौजूद होखें, ई जरूर सत्यापन जोग होखे के चाहीं कि स्रोत तटस्थ नजरिया वाला बा, विस्वास जोग बा आ एगो सारगर्भित लेख लिखे खाती पर्याप्त डिटेल में जानकारी वाला बा।
    In the absence of multiple sources, it must be possible to verify that the source reflects a neutral point of view, is credible and provides sufficient detail for a comprehensive article.
  4. कई गो स्रोत के अभाव ई जाहिर करे ला कि लेख के बिसय के कौनों बड़हन बिसय के लेख में समाहित कइल ढेर नीक होखी। कई बेर कौनों एकही स्टोरी के कई गो अखबार मामूली हेर-फेर के साथ या लगभग एकही बात अलग-अलग हेडिंग के साथ छापे लें, बाकी एकही स्टोरी के कई स्रोत के रूप में ना देखल जा सके ला (भले कई जगह छपल होखे)। कई बेर जर्नल कई सभ में छपल अलग-अलग लेख भी हमेशा कई स्रोत (मल्टीपल सोर्स) ना हो सके लें खासतौर से तब जब लेखक लोग एकही स्रोत पर आधारित हो के लिख रहल होखे आ ओही बात या जानकारी के दोहराव क रहल होखे। एही तरह से, एकही लेखक के या एकही प्रकाशन के द्वारा सीरीज में छापल कई कई चीज के भी एक स्रोत के रूप में देखल जाला।
    Lack of multiple sources suggests that the topic may be more suitable for inclusion in an article on a broader topic. It is common for multiple newspapers or journals to publish the same story, sometimes with minor alterations or different headlines, but one story does not constitute multiple works. Several journals simultaneously publishing different articles does not always constitute multiple works, especially when the authors are relying on the same sources, and merely restating the same information. Similarly, a series of publications by the same author or in the same periodical is normally counted as one source.
  5. बिसय द्वारा खुद प्रकाशित कइल स्रोत या बहुत नजदीकी कनेक्शन वाला ब्यक्ति, संस्था द्वारा प्रकाशित स्रोत के उल्लेखनीयता के मजबूत प्रमाण कबो ना मानल जाला।
    Works produced by the subject, or those with a strong connection to them, are unlikely to be strong evidence of notability.
    देखल जाय: विकिपीडिया:सत्यापन जोग#सवालिया निशान वाला स्रोत कि अइसन सिचुएशन के कइसे हैंडिल कइल जाय।
  6. औरु बिस्तार से कहल जाय तब, बिस्वास जोग स्रोत में हर किसिम के कभरेज उल्लेखनीयता के सबूत होखे आ ओकरे आधार पर अलगा से लेख बनावल जा सके ई जरूरी ना बा; उदाहरण खाती, डाइरेक्टरी आ डेटाबेस, परचार सामग्री, एनांउंसमेंट के कॉलम, आ मामूली समाचार स्टोरी सभ जाँच के दौरान उल्लेखनीयता के साबित करे भर के ना पावल जा सके लीं भले बिस्वास जोग स्रोत में होखें।
    Moreover, not all coverage in reliable sources constitutes evidence of notability for the purposes of article creation; for example, directories and databases, advertisements, announcements columns, and minor news stories are all examples of coverage that may not actually support notability when examined, despite their existence as reliable sources.