सांख्य
छव गो हिंदू दर्शन में से एगो दर्शन
सांख्य परंपरागत हिंदू दर्शन के छह गो दर्शन (षड् दर्शन) में गिनल जाए वाला एगो द्वैतवादी आ परंपरावादी दार्शनिक शाखा/परंपरा ह। एह दर्शन में वास्तविकता के दू हिस्सा - प्रकृति आ पुरुष में बाँटल जाला। प्रकृति जड़ जगत ह; सत्व, रज आ तम गुण सभ से मिल के बने ले। पुरुष चेतन, ज्ञेयी आ विषयी हवे।
सांख्य दर्शन के प्रणेता कपिलमुनि के मानल जाला आ इनकर रचित दू गो रचना मानल जालीं - तत्वसमास आ संख्यासूत्र।
इहो देखल जाय
संपादन करींसंदर्भ
संपादन करींई हिंदू धर्म-संबंधी लेख एगो आधार बाटे। जानकारी जोड़ के एकरा के बढ़ावे में विकिपीडिया के मदद करीं। |