हंपी चाहे हम्पी भारतीय राज्य कर्नाटक के पुरबी हिस्सा में बेलारी जिला, अब विजयनगर जिला, के हंपी (शहर) के लगे एगो इतिहासी विरासत के साइट बाटे। ई यूनेस्को द्वारा बिस्व धरोहर के लिस्ट में शामिल बा। एकर इतिहास विजयनगर साम्राज्यो ले पुरान ह आ एकर जिकिर रामायणपुराणन में पंपा देवी (पार्वती के नाँव) तीर्थ क्षेत्र के रूप में आइल बाटे। आजो ई एगो तीरथ के रूप में मौजूद बा जहाँ विरूपाक्ष मंदिर, आदि शंकर से जुड़ल एगो चालू मठ आ अउरी हिंदू मंदिर बाड़ें जहाँ पूजा-अर्चना होखे ला। इनहन के अलावा एहिजे कई सारा पुरान धरोहर वाला ढाँचा बाड़ें।

हंपी में विरूपाक्ष मंदिर'

ई इतिहासी शहर विजयनगर साम्राज्य के लमहर समय ले राजधानी रहल, 1336 1565 ले जबले एकरा के छोड़ ना दिहल गइल। ई किलेबंदी वाला शहर रहल। ईरानी आ यूरोपीय यात्री लोगन के बिबरन, खास क के पुर्तगाली लोगन के बिबरन, ई गवाही देलें कि तुंगभद्रा नदी के तीरे ई शहर धन-संपदा से भरपूर आ शानदार शहर रहल जहाँ कई ठे मंदिर, खेती के जमीन आ बजार रहलें। 1500 ईस्वी के आसपास के जमाना में, हंपी चीन के शहर बीजिंग के बाद पुरा दुनियाँ में दुसरा सभसे बड़हन शहर रहल आ भारत के सबसे धनी-मनी शहर रहल, जइसन कि मुस्लिम आ पुर्तगाली यात्री लोगन के कहनाम बा। विजयनगर राज के मुस्लिम सल्तनत सभ के सझिया कोसिस आ सेना द्वारा 1565 में जीतल आ तहस-नहस क दिहल गइल, जेकरा बाद ई खंडहर के रूप में बचल।

आज्काल्ह ई एगो छोट कस्बा हंपी (शहर) के लगे बाटे, होस्पेट शहर एहिजे से करीबन 13 किमी दूरी प बाटे। हंपी के इतिहासी बचल-खुचल अवशेष सब करीबन 16 वर्गमील में फइलल बाड़ें जिनहन में 1600 से बेसी खंडहर बाड़ें जिनहन में मंदिर, गढ़, मठ, खम्हा वाला हाल, मंडप, यादगार ढाँचा आ पानी के एकट्ठा करे वाला ढाँचा सामिल बाड़ें।