लैब्राडोर धारा

अटलांटिक महासागर में एगो ठंढा समुंद्री धारा

लैब्राडोर धारा (अंग्रेजी: Labrador current) चाहे लेब्राडोर धारा[1] उत्तरी अटलांटिक महासागर में एगो ठंडा धारा हवे जे आर्कटिक महासागर के दक्खिन ओर लैब्राडोर के तट के सहारे बह के न्यूफाउंडलैंड के चारों ओर से गुजरे ले आ नोवा स्कोशिया के लगे कनाडा के पूरबी तीरे के सहारे दक्खिन ओर आगे बहल जारी राखे ले। नोवा स्कॉटिया के लगे ई ठंडा पानी के धारा उत्तर के ओर बढ़े वाली गरम गल्फ स्ट्रीम धारा से मिले ले। एह दुनों धारा सभ के मिलन से एह इलाका में भारी कोहरा पैदा होला आ एकरे अलावा दुनिया के सभसे धनी मछरी पकड़े के क्षेत्रवो के रचना होखे ला।

लैब्राडोर धारा के नक्शा

बसंत आ गर्मी के सुरुआत में लैब्राडोर करंट ग्रीनलैंड के ग्लेशियर सभ से हिमखंड (आइसबर्ग) सभ के दक्खिन ओर ट्रांस-अटलांटिक जहाजरानी रस्ता सभ में बहा ले जाला। धारा के पानी के ठंडा करे के परभाव कनाडा के अटलांटिक प्रांत सभ पर पड़े ला, आ अमेरिका के ऊपरी उत्तर-पूरुब तट पर मेइन के दक्खिन से ले के मैसाचुसेट्स ले एकर अइसन परभाव होला। मैसाचुसेट्स के केप कॉड के दक्खिन के तीरे वाला इलाका में गल्फ स्ट्रीम बेसी परभावशाली समुंद्री धारा बन जाले।

आइसबर्ग के परिवहन संपादन करीं

 
लैब्राडोर करंट में भँवर के फोटो

लैब्राडोर धारा में कबो-कबो सामान्य से ढेर दक्खिन आ/या पूरब ओर घसक जाए के प्रवृत्ति होला। एह से जहाजरानी (शिपिंग) पर खतरा के इस्थिति पैदा हो सके ला, काहें से कि ई हिमखंड सभ के अटलांटिक के अइसन इलाका में बहा के ले जा सके ला जहाँ आमतौर पर ई ना पावल जालें। एह धारा आइसबर्ग सभ के दक्खिन में बरमूडा तक आ पूरब में अजोर्स तक ले आवे खातिर जानल जाला। टाइटैनिक के 1912 में के डूबला के बादइंटरनेशनल आइस पेट्रोल के स्थापना आइसबर्ग सभ के पता लगावे खातिर कइल गइल जेह में समुंद्र के अइसन इलाका सभ में पावल जाए वाला भी सामिल बाड़ें जहाँ ई आइबर्ग बहुत कम्मे पावल जालें।[2]

मीठ पानी के उत्पत्ती संपादन करीं

लैब्राडोर धारा के औसत सालाना बेग 20 सेमी/सेकंड होला आ ई बहुत ठंडा पानी से बनल होला जे आर्कटिक से कनाडा के बैफिन दीप आ पच्छिमी ग्रीनलैंड से हो के लगभग 1.5 ̊C के तापमान वाली होला। ई पानी एकट्ठा लैब्राडोर सागर ले बहि के आवे ला। लैब्राडोर सागर मौसमीपन से प्रभावित होला आ बसंत के अंत आ गर्मी के सुरुआत में मीठा पानी के आगम ढेर होखे ला आ एकर कारन नदी के किनारे पर आ गिरे से होखे वाला बहाव आ ग्लेशियर के पघिलाव से मिले वाला पानी होखे ला।[3]

उत्तरी अटलांटिक के उपध्रुवीय इलाका सभ में समुंद्र के सर्कुलेशन में ठंडा, मीठा पानी के लैब्राडोर धारा आ गरम, नमकीन उत्तरी अटलांटिक धारा के कारण मौसमी बदलाव होला आ साथे-साथ बदलत सतह के हवा, गर्मी के प्रवाह आ बर्फ के पघिलाव आ निर्मानो के कारण अइसन होखे ला।[4] दू गो अइसन हिस्सा बाड़ें जे लैब्राडोर धारा के बनावे लें। पहिला हिस्सा बैरोक्लिनिक हवे, मने कि घनत्व तापमान आ दबाव पर निर्भर करे ला आ उत्तर से आवे वाला मीठा पानी के मात्रा के कारण होखे वाला उछाल से संचालित होला। लैब्राडोर करंट के दुसरा हिस्सा गहिरा होला आ बैरोट्रोपिक होला, मने कि घनत्व खाली दबाव पर निर्भर होला आ लगभग 2500 मीटर के गहिराई ले पहुँच जाला।[5]

बैफिन खाड़ीहडसन जलडमरू लैब्राडोर धारा में मीठा पानी के सभसे ढेर योगदान देवे वाला बाड़ें।[6] हडसन के जलडमरू एगो सकेत चैनल हवे जे लगभग 400 किमी लमहर बा आ हडसन खाड़ी सिस्टम के खुलता हिस्सा हवे जे लैब्राडोर सागर से जुड़ल बा आ लैब्राडोर धारा के मीठा पानी के परिवहन में 50% के योगदान देला। हडसन खाड़ी जाड़ा में बर्फ से ढंकल होले आ गर्मी में बर्फ मुक्त होले। हडसन खाड़ी 42 गो नदी सभ से बनल बा जे नदी के बहाव में योगदान देले। लैब्राडोर करंट हडसन जलडमरूमध्य के बहिर्वाह भा दक्खिन-पूरुब के बहाव से बनल बा जे डेविस जलडमरूमध्य आ वेस्ट ग्रीनलैंड धारा से मिले ला।[7] एकरे बाद ई धारा दक्खिन ओर, न्यूफाउंडलैंड आ फ्लेमिश कैप से हो के नीचे आ कॉन्टिनेंटल शेल्फ ब्रेक के साथ बहे ले। एह धारा के कुछ हिस्सा नोवा श्कोशिया के लगे महादीपीय ढलान के साथ पच्छिम के ओर बढ़े ला आ अंत में गल्फ स्ट्रीम के उत्तर में पहुँचे ला, एकरा के ढलान पानी के धारा कहल जाला। दक्खिन ओर के बहाव उपध्रुवीय परिसंचरण में जुड़ जाला आ उत्तरी अटलांटिक में संकरी, पच्छिमी उपध्रुवीय गायर बनावे ला। ई धारा खाड़ी के धारा आ उत्तरी अटलांटिक धारा के साथ परस्पर क्रिया क के पच्छिमी सीमा धारा बनावे ले जे एह गायर के बनावे ले।[8]

संदर्भ संपादन करीं

  1. गर्ग, एच. एस. (21 दिसंबर 2022). जलवायु विज्ञान और समुद्र विज्ञान (हिंदी में). एसबीडीपी पब्लिकेशन. p. 193. Retrieved 23 फरवरी 2023.
  2. "Forefront of Evidence-Based Disaster Management". Suburban Emergency Management Project. Archived from the original on 2009-10-07. Retrieved 2010-01-05. The "Meandering Labrador Current" paragraph
  3. Li, Gang; Piper, David J. W. (2015-01-01). "The influence of meltwater on the Labrador Current in Heinrich event 1 and the Younger Dryas". Quaternary Science Reviews (अंग्रेजी में). 107: 129–137. doi:10.1016/j.quascirev.2014.10.021. ISSN 0277-3791.
  4. Han, Guoqi; Lu, Zhaoshi; Wang, Zeliang; Helbig, James; Chen, Nancy; de Young, Brad (2008-10-17). "Seasonal variability of the Labrador Current and shelf circulation off Newfoundland". Journal of Geophysical Research (अंग्रेजी में). 113 (C10): C10013. doi:10.1029/2007JC004376. ISSN 0148-0227.
  5. Thorpe, Steve A. (2009). Ocean Currents (2nd ed.). Elsevier. ISBN 978-0-08-096486-7.
  6. Mertz, G.; Narayanan, S.; Helbig, J. (1993). "The freshwater transport of the labrador current". Atmosphere-Ocean (अंग्रेजी में). 31 (2): 281–295. doi:10.1080/07055900.1993.9649472. ISSN 0705-5900.
  7. Straneo, Fiammetta; Saucier, François (2008-08-01). "The outflow from Hudson Strait and its contribution to the Labrador Current". Deep Sea Research Part I: Oceanographic Research Papers (अंग्रेजी में). 55 (8): 926–946. doi:10.1016/j.dsr.2008.03.012. hdl:1912/2424. ISSN 0967-0637.
  8. Talley, Pickard, Emery, Swift, Lynne D., George L., William J., James H. (2011). Descriptive Physical Oceanography: An Introduction (6th ed.). Elsevier. ISBN 978-0-7506-4552-2.{{cite book}}: CS1 maint: multiple names: authors list (link)

बाहरी कड़ी संपादन करीं