शरावती नदी

भारत के कर्नाटक राज्य में एगो नदी, अरब सागर में गिरे ले आ एह पर जोग झरना हवे

शरावती नदी दक्खिन भारत के पच्छिमी घाट परबत श्रेणी से निकले वाली आ अरब सागर में गिरे वाली एगो प्रमुख नदी हवे। ई नदी पूरा तरीका से भारतीय राज्य कर्नाटक में बहे ले। नदी के कुल लंबाई 128 किमी (80 मील) बाटे आ ई अंबुतीर्थ से निकल के उत्तर कन्नड़ जिला के होनावर नाँव के जगह पर अरब सागर में गिरे ले; नदी के बेसिन के कुल रकबा 2,985 किमी2 (3.213×1010 वर्ग फु) बाटे।[1]

शरावती
शरावती नदी
शरावती नदी पर जोग झरना, मानसून (बरखा के सीजन) में
लोकेशन
देस भारत
राज्यकर्नाटक
शहरसागर, होन्नावार
भौतिक लच्छन सभ
Sourceअंबुतीर्थ
 - locationतीर्थहल्ली तालुका, शिमोगा जिला, कर्नाटक
 - coordinates13°47′33″N 75°10′35″E / 13.79250°N 75.17639°E / 13.79250; 75.17639
 - elevation730 मी (2,400 फीट)
मुहानाअरब सागर
 - location
होन्नावर, उत्तर कन्नड़ जिला, कर्नाटक
 - coordinates
14°17′57″N 74°25′25″E / 14.29917°N 74.42361°E / 14.29917; 74.42361निर्देशांक: 14°17′57″N 74°25′25″E / 14.29917°N 74.42361°E / 14.29917; 74.42361
 - elevation
0 फीट (0 मी)
लंबाई128 किमी (80 मील)
थाला के साइज2,985 किमी2 (3.213×1010 वर्ग फु)
Discharge 
 - locationहोन्नावर

शरावती नदी के परसिद्धि एह पर बने वाला जोग झरना से हवे जे भारत के प्रमुख झरना सभ में से एक हवे।

शरावती नदी के उदगम अंबुतीर्थ नाँव के जगह से होखे ला। एह जगह आ नदी से जुड़ल एगो कथा चलन में हवे। कथा के मोताबिक हिंदू धर्म में बिष्णु के अवतार मानल जाए वाला श्रीराम एहिजे अपना बनगमन के समय सीता के पियास लागे पर जमीन में एगो तीर मरलें जहाँ से पानी के सोता फूट बहल। एकरा के अंबुतीर्थ कहल जाला आ इहे शरावती के उदगम हवे। शरावती नाँव के पाछे भी इहे कहानी बतावल जाला, संस्कृत में "शर" के मतलब बाण होला।

नदी मारग

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अंबुतीर्थ पच्छिमी घाट के परबत श्रेणी सभ में 730 मी (2,400 फीट) के ऊँचाई पर बा। अंबुतीर्थ कर्नाटक राज्य के शिवमोगा जिला के तीर्थहल्ली तालुका में पड़े ला आ तहसील के मुख्यालय से लगभग 15 किमी के दूरी पर बा। एहिजा से निकले के बादे नदी पर बंधा बना के बिजली बनावे वाला प्लांट लागल बा। ऊपरी, पहिला प्लांट के महात्मा गाँधी पनबिजली प्लांट कहल जाला।

आगे जा के नदी जोग झरना बनावे ले; झरना के ऊँचाई 253 मीटर (830 फीट) बाटे आ ई मेघालय के नोहकलिकाई आ गोवा के दूधसागर झरना के बाद भारत के तिसरा सभसे ऊँच झरना हवे। ई कर्नाटक आ भारत के एगो प्रमुख पर्यटक आकर्षण हवे। एहिजे पनबिजली प्रोजेक्ट खातिर बंधा बनावल गइल बा।

नदी के कुल लंबाई 128 किमी (80 मील) बाटे आ ई अंबुतीर्थ से निकल के कर्नाटक के शिमोगा आ उत्तर कन्नड़ जिला में बहे ले। एह नदी के पूरा थाला (बेसिन) के रकबा 2,985 किमी2 (3.213×1010 वर्ग फु) बाटे।[1] एकर मुख्य सहायिका नदी सभ में नंदीहोले, हरिद्रावती, माविनाहोले, हिलकुंजी, यानेहोले, हुरलीहोले आ नागोदीहोले नदी बाड़ी सऽ।

नदी के तीरे बसल शहर सभ में सभसे प्रमुख सागर नाँव के कस्बा बाटे। ई कस्बा जोग झरना से करीबन 24 किमी के दूरी पर बा।

अंत में शरावती उत्तर कन्नड़ जिला के होनावर नाँव के जगह पर अरब सागर में गिरे ले। एह तरीका से ई पच्छिमी घाट के पच्छिम ओर के बहे वाली नदी हवे।

  1. 1.0 1.1 A detailed study on the Sharavati river is made by Saira Varghese Kidangan. "Quantification of Hydrological responses to landuse changes using Remote Sensing and GIS techniques" (PDF). Online webpage of Indian Institute of Remote Sensing, National Remote Sensing Agency. Dept. of Space, Government of India. Archived from the original (PDF) on 2007-10-08. Retrieved 2007-05-21.

बाहरी कड़ी

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