गरहन (अंग्रेजी: Eclipse, संस्कृत/हिंदी: ग्रहण) एक ठो खगोलीय घटना हवे जेह में कौनों आकाशीय पिंड कुछ समय खातिर दुसरा पिंड से आंशिक भा पूरा ढँका जाला, चाहे अइसन ओह पिंड के कौनों दुसरा पिंड के छाया में प्रवेश करे से होखे या फिर कौनों दुसरा पिंड के बीच मे आ जाए से होखे। गरहन या ग्रहण, एक तरह के सिजिगी[1] के स्थिति होला, जेह में तीन गो पिंड एकही सिधाई में आ जालें।

1999 क पूर्ण सुरुजगरहन। सोलर प्रौमिनेंस सब के लाल रंग के भुजा के रूप में आ कोरोना के रूप में देखल जा सकत बाटे।

आमतौर पर गरहन, चनरगरहन या सुरुजगरहन के खातिर इस्तेमाल होला, हालाँकि, एकर प्रयोग पृथ्वी-चंद्रमा के एह सिस्टम के अलावा अन्य पिंड सब खातिर भी होला। चनरगरहन अइसन स्थिति होला जेह में चंद्रमा पर पृथ्वी के छाहीं पड़े ले जबकि सुरुज गरहन के दसा में चंद्रमा सुरुज आ पृथ्वी के बीच में आ के सुरुज के तोप लेला।

सुरुजगरहन

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एक ठो सुरुजगरहन के घटना के क्रमवार फोटो। गरहन 1 अगस्त 2008 के रूस के नोवोसिबिर्स्क सहर से देखल गइल। कुल समय अवधि तीन मिनट के बा जेह के दौरान भइल बदलाव के फोटो देखावल गइल बा।

पृथ्वी से देखला पर सूर्यग्रहण तब लागे ला जब चंद्रमा, सुरुज आ पृथ्वी के बीच में आ जाला। सुरुजगरहन के प्रकार एह बात पर भी निर्भर करे ला कि एह घटना के समय चंद्रमा के पृथ्वी से दूरी केतना बाटे। जब पृथ्वी चंद्रमा के छाहीं के अंब्रा वाला हिस्सा के अंदर आ जाले तब पूर्ण सुरुज गरहन लागे ला। जब अंब्रा पृथ्वी के सतह ले ना पहुँचे तब चूड़ीदार (एनुलर) सूर्यग्रहण लागे ला, आ जब पृथ्वी पर से केहू देखे वाला ब्यक्ति पेनम्ब्रा के अंदर होला तब खंडग्रहण लउके ला।[2]

 
हर एक आइकन ई देखावत बा कि करियक्का बिंदु से देखे पर चंद्रमा कइसन लउकी (पैमाना अनुसार नइखे)

गरहन के परिमाण (मैग्नीट्यूड) एह बात पर निर्भर करे ला कि सुरुज के केतना हिस्सा चंद्रमा द्वारा तोप लिहल गइल बाटे। चूड़ीदार आ पूरा सुरुजगरहन में ई परिमाण एह बात पर निर्भर करे ला कि चंद्रमा के कोणीय आकार सुरुज के केतना हिस्सा तोप ले रहल बा।[3]

सुरुजगरहन आमतौर पर एक ठो कम समय के घटना होला, आ पूर्ण सुरुज गरहन एक ठो पातर पट्टी के बिच पड़े वाला जगह सब से देखल जा सके ला। सबसे बढियाँ दसा में भी पूर्ण सुरुजगरहन के कुल अवधि अधिक से अधिक 7 मिनट 31 सेकेंड के हो सके ले आ 250 किलोमीटर के पट्टी में पड़े वाला जगह सब से देखल जा सके ला, हालाँकि आंशिक ग्रहण पृथ्वी के सतह के बड़ इलाका में लउके ला।

 
पूर्ण सुरुजगरहन के ज्यामिति (पैमाना पर ना)

पृथ्वी से देखले पर चंद्रमा के साइज लगभग उहे होला जवन सुरुज के होला, एही से सुरुज गरहन के समय कबो-कबो चंद्रमा सुरुज के पूरा तोप लेला। एकरा बिपरीत जब चंद्रमा पृथ्वी से दूर एपोजी के स्थिति में होला तब ई सुरुज के पूरा ना तोप पावेला आ चूड़ीदार (एनुलर) गरहन देखे के मिले ला।

पृथिवी के अलावा अंतरिक्ष के कौनों अन्य जगह से देखले पर सुरुज गरहन के कारण चंद्रमा के अलावा कौनों दूसर आकाशीय पिंड भी हो सके ला। एकर दू गो उदाहरण दिहल जा सके ला। अपोलो 12 के चालक दल के लोग सन् 1969 में पृथ्वी द्वारा लागल सुरुज गरहन देखल आ दुसरा बेर कासिनी स्पेस प्रोब द्वारा शनि ग्रह द्वारा सुरुज गरहन सन् 2006 में देखल गइल।

 
दाहिने से बायें ओर, एक ठो चंद्रग्रहण के क्रमवार फोटो।

चनरगरहन या चंद्रग्रहण तब लागे ला जब चनरमा पृथ्वी के छाहीं में आ जाला आ एह कारण कटल लउके ला या फिर कुछ देर खातिर पूरा तोपा जाला। सुरुजगरहन के बिपरीत, चनरमा के गरहन लगभग पूरा गोलार्ध से देखल जा सके ला। एकरे सुरुआत से ले के पूरा होखे में घंटन के समय भी लाग सके ला।[4]

चनरगरहन के तीन गो परकार हो सकेला: पेनम्ब्रल, जब चंद्रमा पृथ्वी के पेनम्ब्रा से गुजरे; खंड ग्रहण, जब चंद्रमा के कुछे हिस्सा पृथ्वी के अम्ब्रा से हो के गुजरे; आ पूर्ण चनरगरहन में चनरमा पूरा क पूरा अम्ब्रा से हो के गुजरे ला। पूर्ण चंद्रग्रहण के घटना में तीनों फेज से हो के चंद्रमा गुजरे ला। हालाँकि, पूरा तोपाइल अवस्था में भी चंद्रमा एकदम से गायब न हो जाला बलुक हल्का प्रकाशित गोला के रूप में लउके ला, एकर कारण ई बा कि पृथ्वी के वायुमंडल में से हो के गुजरे वाला कुछ प्रकाश रिफ्रेक्ट हो के चंद्रमा के सतह पर पहुँच जाला। एहू में लाल रंग के प्रकाश ज्यादा होला आ एही कारण चंद्रमा के पूरा गरहन के समय एकर गोला लाल रंग के लउके ला,[5] आ एकरा के अंग्रेजी में ब्लड मून भी कहल जाला।[6]

  1. स्टाफ (31 मार्च 1981). "Science Watch: A Really Big Syzygy" (Press release). दि न्यू यॉर्क टाइम्स. Retrieved 14 नवंबर 2016.
  2. Hipschman, R. "Solar Eclipse: Why Eclipses Happen". Retrieved 2008-12-01.
  3. Zombeck, Martin V. (2006). Handbook of Space Astronomy and Astrophysics (Third ed.). Cambridge University Press. p. 48. ISBN 0-521-78242-2.
  4. Staff (जनवरी 6, 2006). "Solar and Lunar Eclipses". NOAA. Retrieved 2007-05-02.
  5. Phillips, Tony (फरवरी 13, 2008). "Total Lunar Eclipse". NASA. Archived from the original on 2008-03-01. Retrieved 2008-03-03.
  6. Ancient Timekeepers, http://blog.world-mysteries.com/science/ancient-timekeepers-part-1-movements-of-the-earth/

बाहरी कड़ी

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फोटो गैलरी सब