थलरूप सभ के लिस्ट

धरती के सतह पर पावल जाये वाला बिबिध थलरूप सभ के लिस्ट

थलरूप सभ के लिस्ट में ऊ सगरी थलरूप सभ के वर्गीकरण क के लिस्ट के रूप में देखावल गइल बा जे पृथ्वी पर ऊँचाई निचाई के चलते बिबिध आकृति आ आकार के चीज के रूप में मौजूद बाने:

प्रासेस के आधार पर संपादन करीं

जलीय थलरूप संपादन करीं

 
एंजेल झरना दक्खिन अमेरिका महादीप के वेनेजुएला देस में बा। ई 979 मी (3,212 फीट) ऊंचाई वाला झरना दुनिया के सभसे ऊँच झरना हवे।
  • वी-आकार के घाटी – नदी आ जलधारा से बने वाली घाटी। अंग्रेजी के अच्छर "वी" (V) नियर आकृति होखे के कारण ई नाँव पड़ल हवे।
    • गॉर्ज – नदी के घाटी जे खड़ा ढाल आ बहुत गहिराई वाली होखे, सकेत होखे।
    • कैनियन – गार्ज के नियर या एहू से बड़ आकार के घाटी।
  • झरना – जब पानी लगभग खड़ा ढाल के सहारे अचानक ऊँचाई से नीचे गिरे, थलरूप के झरना चाहे प्रपात या जलप्रपात कहल जाला।
  • रैपिड – झरना के तुलना में मंद ढाल पर बाकी तब्बो काफ़ी तेजी से पानी नीचे गिरे ला।
  • मियांडर – नदी साँप के चाल के नियर गोलाई बनावत बहे तब एह गोलाई सभ के मियांडर कहल जाला।
    • इनसाइज्ड मियांडर – कौनों कारण से मियांडर वाली नदी में कटाव शक्ति के बढ़ जाए के कारण तेजी से गहिरा कइल मियांडर।
  • पॉट होल – नदी के सुरुआती हिस्सा में, पाथर आ बोल्डर के घुमावदार बहाव के कारण तल्ली में बनल गोल गोल कटोरा नियर चीज।
  • रिवर टैरेस – नरम आ कड़ेर चट्टान के पट क्रम के अलग-अलग गति से कटाव के कारण वी आकार के घाटी के बजाय ढाल सीढ़ीदार हो जालें।
  • लेवी – बाढ़ मैदान के किनारे पर नदी द्वारा बनावल बंधा नियर ऊँच संरचना। कभी-कभार जब ढेर बड़ बाढ़ आवे ले तब ई बंधा टूट जालें आ बाढ़ के पानी बड़ एरिया में फइल जाला।
  • गोखुर झील – मियांडर के छाड़न जे बाद में झील नियर बचे ला।
  • जलोढ़ शंकु – नदी जहाँ पहाड़ी ढाल से उतर के मैदान में पहुँचे ले ओहिजा अचानक ढाल बदलाव के चलते ढेर मलबा जमा क छोड़ देले ई शंकु के आकृति के होला।
  • जलोढ़ पंखा – कई गो जलोढ़ पंखा सभ जे ढाल में मंद होखें के मिल जाए से बनल आकृति। गंगा उत्तर में बिहार राज्य में अइसन बहुत थलरूप मिले लें।
  • बलुआ किनारा
  • फ्लड प्लेन (बाढ़ मैदान) – जहाँ ले नदी के पानी हर साल पहुँचे ला।
  • डेल्टा – नदी जब समुंद्र में गिरे आ मंद ढाल के चलते होइजे मलबा जमा करे जे समुंद्र में जमीन के बिस्तार आगे बढ़ावत जाय। अक्सर ई त्रिभुज के आकृति कऽ होला।

सूखा इलाका में बहत पानी से बनल संपादन करीं

बहत हवा द्वारा बनल थलरूप संपादन करीं

 
मशरूम रॉक
  • ब्लो आउट – जब हवा रेता-बालू उड़ा ले जाय आ खाली गहिरा हिस्सा बचे।
  • ज्यूजेन – कमजोर आ कड़ेर चट्टान जब एक के ऊपर एक मिलें अइसन जगह पर कटाव से बने वाली आकृति।
  • यारडंग – कमजोर आ कड़ेर चट्टान जब एक के बाद एक मिलें आ लंबाई में कमजोर चट्टान के कटाव हो जाय जबकि कड़ेरकी बच जाय।
  • वेंटीफैक्ट – कड़ेर चट्टान पर हवा के साथे उधियात बालू से घिसाई हो जाय तब बने वाला थलरूप।
  • स्टोन लैटिस – जब चट्टान में कई खनिज होखें आ कमजोर मटेरियल के कटाव हो के चट्टान में जाली बन जाय।
  • ड्राईकांटर
  • इंसेलबर्ग/बोर्नहार्ट –
  • मशरूम रॉक – जब कौनों खम्हा नियर चट्टान के नीचे से कटाव होखे आ ऊपरी हिस्सा कुकुरमुत्ता नियर बड़ बच जाय। एकरा के पेडस्टल रॉक भी कहल जाल।
  • ब्रिज
  • तरंग चीन्हा – बालू के मैदान में हवा के बहाव के दिसा के समकोण पर बने वाली लहर नियर चीन्हा।
  • बलुआ स्तूप – बालू के ढूह।
  • लोयस/लिमन – महीन कण के मूल अस्थान से खूब दूर ले जा के जमा करे से बने वाला मैदान। चीन के लोयस के पठार चाहे मैदान अइसने हवे।

कार्स्ट थलरूप संपादन करीं

 
धँसक चुकल सिंकहोल
 
लगभग 1 किमी आकार के वेलिंकी लुबेनोवास युवाला
 
मगोटी पहाड़ी
 
फ्रांस के एगो कलांकी इनलेट
  • टेरा रोसा – चूना पाथर वाला इलाका में, पानी के कारण घुले लायक पदार्थ के बह जाए के बाद बाकी बचल धूसर-ललछाँहू माटी वाली जमीन।
  • लैपीज – घुलन आ कटाव के बाद बचल नोकदार सतह वाली जमीन।
  • सिंकहोल – कार्स्ट इलाका में घुलन से बनल छेद जिनहना से पानी नीचे जमीनभीतरी हिस्सा में प्रवेश करे ला। किचन में सिंक होला ओह में छेद होखे ला जेह से पानी बहे ला ओही के नाँव पर एकर नाँव पड़ल हवे।
    • स्वैलो होल – बड़ साइज के सिंक होल।
    • डोलाइन – जब सिंक होल के किनारा कट के बिस्तार लिहले जालें आ बहुत बड़ साइज के सिंकहोल बन जाला।
    • कोलाप्स सिंक – जब नीचे के खाली जगह के ऊपर धँसक जाए से सतह में सिंकहोल बने लें; इनहन के ढाल खड़ा होला।
    • घुलन पैन (सोल्यूशन पैन) – जब कम गहिरा बाकी बिस्तार वाला सिंक होल बने।
  • युवाला – लमहर आकार के धँसल इलाका; कई गो डोलाइन के आपस में मिल जाए से बने ले, चाहे लंबाई में कई गो सिंकहोल सभ के होखे आ उनहन के बिस्तार हो के आपस में सट जाए से।
  • पोल्ये/पोल्जे – युवाला से भी बड़ साइज के होलें। हालाँकि इनहन के उत्पत्ती के बारे में बिबाद बा आ मानल जाला कि एह में भ्रंश (फाल्ट) के भी कुछ रोल होला।
  • सिंकिंग क्रीक – अइसन लमहर पातर घाटी जेह में सिंकहोल आ स्वैलो होल होखे के कारण बहत पानी बिलुप्त हो जाला।
  • ब्लाइंड वैली – चाकर आ छीछिल आकार के घाटी जेह में भरपूर सिंकहोल होखे के कारण पानी के बहाव सरवत के नीचे चल जाला आ बहुत ढेर बरखा होखे पर एह में बहाव हो खे ला जब नीचे गायब होखे वाला पानी से ढेर मात्रा में पानी के बहाव हो जाय।
  • कार्स्ट घाटी – सिंक में समा जाए वाले पानी के अलावा बेसी पानी के कुछ दूर ले बहे के कारन अपरदन से बनल छीछिल यू आकार के घाटी।
  • कार्स्ट खिड़की – जब सिंक होल चाहे धंसाव वाला हिस्सा से नीचे के जमीनभीतरी पानी देखलाई पड़े लागे।[1]
    • फेनस्टर – एक किसिम के कार्स्ट खिड़की जेह में ऊपर के पानी झरना के रूप में नीचे गिरे। फेनस्टर माने खिड़की होला, जर्मन भाषा में। कुछ जगह ई आ कार्स्ट खिड़की एकही के कहल जाला अइसन संदर्भ भी मिले ला।[2]
    • सीनोटी (Cenote) – कार्स्ट खिड़की के अइसन रूप जेह में एक्विफर के पानी सीधे छेद के माध्यम से ऊपर से देखलाई पड़े। एह पानी ले पहुँचल जा सके ला ई अतना ऊपर ले होला।[3][4]
  • अबीम – (Abîme) एगो लमहर आकार के इनार नियर छेद (शाफ्ट) होला।
  • स्काउल – बिना कौनों रेगुलर आकृति वाला सिंकहोल आ धंसाव वाला चीजन से बनल थलरूप।
  • कैलांकी – खड़ा ढाल वाली आ सकेत इनलेट (समुंद्र के जमीनी इलाका में घुसल हिस्सा)।
  • फोइबा – सिंकहोल चाहे डोलाइन के अंदरूनी हिस्सा के भंसक जाए आ ऊपर छोट छेद वाला हिस्सा।
  • टरलो – आयरलैंड के इलाका में पावल जाए वाली झील जेकरे तली में सिंक होल होखे लें।
  • कार्स्ट गुफा – जमीन भीतरी पानी द्वारा बनावल गुफा। इनहना से जुड़े वाला पातर रस्ता जे अक्सर ऊपरी सिंक होल के बिस्तार होलें पोनोंर कहालें। एह झील सभ में कई किसिम के निक्षेप से बनल थलरूप पावल जालें जइसे कि स्पीलियोथेम, स्टैलेक्टाइट-स्टैलेग्माइट, गुफा पिलर, ट्रैवरटाइन, कार्स्ट टूफा, हैलेक्टाइट-हैलेग्माइट, ड्रिपस्टोन (ड्रेप चाहे कर्टेन) वगैरह।

समुंद्र तटीय प्रासेस से बने वाला संपादन करीं

ग्लेशियर से बने वाला संपादन करीं

पेरीग्लेशियल प्रासेस से बने वाला संपादन करीं

 
पिंगो
  • इनवाल्यूशन – कांजेलीफ्रैक्शन से बने वाला सिलवट के आकृति।
  • हम्मक – छोट-छोट ढूह। इनहन के ऊपर घास भी हो सके ले (जबकि पूरा मैदान में माटी पानी के दलदल नियर हिस्सा रहे ला)।
  • पिंगो – ढूह जेकरे कोर में बरफ होला।
  • पल्सा
  • पैटर्न्ड ग्राउंड – बेर-बेर जमाव आ पघिलाव से कंकड़-पाथर सभ जमीन के सतह पर बिबिध रेगुलर पैटर्न बना देलें।
  • टार्स
  • ब्लॉकफील्ड चाहे बोल्डर फील्ड – जहाँ जमीन के भीतर से बोल्डर आ के बाहरी सतह पर देखलाई पड़े लागे लें।
  • स्टोन रिवर – ढाल पर जमाव-पघिलाव से पैटर्न वाला जमीन के कंकड़-पाथर नीचे सरके लें, आकृति अइसन बन जाला कि देखे में लागे ला ई बह रहल बाड़ें।
  • रॉक ग्लेशियर

संदर्भ संपादन करीं

  1. "Karst Window". Cambrian Foundation. Retrieved 2019-01-09.
  2. Klaus K. E. Neuendorf; American Geological Institute (2005). Glossary of Geology. Springer Science & Business Media. pp. 349–. ISBN 978-0-922152-76-6.
  3. A. Bögli (6 December 2012). Karst Hydrology and Physical Speleology. Springer Science & Business Media. pp. 98–. ISBN 978-3-642-67669-7.
  4. Sam Upchurch; Thomas M. Scott; MICHAEL ALFIERI; Beth Fratesi, Thomas L. Dobecki (29 September 2018). The Karst Systems of Florida: Understanding Karst in a Geologically Young Terrain. Springer. pp. 294–. ISBN 978-3-319-69635-5.