निमकी
निमकी, जेकरा के उत्तरी भारत के अधिकतर जगहन पर नमक पारा कहल जाला, एक किसिम क नमकीन बाटे। ई लगभग पूरा भारत में बनावल खाइल जाला, हालाँकि, बिहार, पूरबी उत्तर प्रदेश आ बाक़ी भोजपुरी इलाका में एकरा के 'निमकी' चाहे 'नमकीन' के नाँव से जानल जाला। ई राजस्थान के मठरी सी मिलत जुलत पकवान बाटे।
दूसर नाँव | नमक पारा, नमकीन |
---|---|
किसिम | पेस्ट्री, नमकीन |
उत्पत्ती अस्थान | भारतीय उपमहादीप |
क्षेत्र | भारतीय उपमहादीप |
परोसे के ताप | नाश्ता के साथै, गरम आ ठंढा दूनो |
मुख्य सामग्री | आटा, मैदा चाहे (सूजी मिलल आटा), जीरा, जेवाइन, मँगरइल, तेल चाहे देसी घीव। |
बिबिध रूप | शक्करपारा चाहे शंकरपल्ली एकर मीठ वर्जन होखे ला। |
निमकी एक तरह के छान के पकावल जाये वाला नमकीन हा। ई मैदा में नून डाल के, आ तेल चाहे घीव के मोयन दे के पानी से सानल जाला आ पहिले पातर-पातर-पट्टी के रूप में आ फिर बरफी नियर शेप में काट के शुद्ध देसी घीव चाहे रिफाइंड चाहे कौनों दूसर खाए वाला तेल में छान के पकावल जाला। सवाद बढ़ावे खातिर सुगंधित मसाला सभ में एह में खड़ा जेवाइन, जीरा, मंगरइल इत्यादि डालल जाला। मोयन से ई कुरकुरा बने ला।
निमकी के नमकीन के रूप में अकेलहू खायल जा सके ला - आमतौर प चाय-कॉफ़ी के साथे चाहे शर्बत के साथे। कई पकवान सभ में ई एक्स्ट्रा सवाद बढ़ावे वाला चीज के रूप में ऊपर से भी डाल के खाइल जाला - जैसे की छोला-समोसा, मटर के छोला, खस्ता-छोला, चाहे पोहा के ऊपर डाल के खाइल जाला।