ओजोन-ऑक्सीजन चक्र (अंग्रेजी: Ozone–oxygen cycle) अइसन क्रिया हवे जेकरे चलते पृथ्वी के वायुमंडल के स्ट्रेटोस्फियर में लगातार ओजोन गैस के बने के काम होखत रहे ला, एह प्रकृया में सुरुज से आवे वाली अल्ट्रावायलेट किरन सभ सोख लिहल जालीं आ ई गर्मी में बदल जालीं। 1930 में सिडनी चैपमैन एह प्रक्रिया में होखे वाला केमिकल रिएक्शन के खोज कइलें। एही कारन अब एकरा के चैपमैन साइकिल कहल जाला।

ओजोन-ऑक्सीजन चक्र के ग्राफ द्वारा देखावल रूप
ओजोन–ऑक्सीजन चक्र जेह में ई बतावल बा कि कइसे ओजोन से ऑक्सीजन आ ऑक्सीजन से ओजोन बने ला।

ओजोन निर्माण के ई प्रक्रिया, ज्यादातर क के उष्णकटिबंधीय इलाका के ऊपरी स्ट्रेटोस्फियर आ मेसोस्फियर में होखे ला। रोज लगभग 400 मिलियन टन ओजोन के निर्माण होला। पृथ्वी के कुल वायुमंडल में ओजोन के मात्रा लगभग 3 बिलियन टन होखे के एस्टीमेट बाटे, एकर मतलब की रोज सुरुज द्वारा 12 परसेंट ओजोन परत के रोजे निर्माण होखे ला।

ऑक्सीजन के मॉलिक्यूल पर हाई एनर्जी वाली अल्ट्रावायलेट किरन टकराये से ई दू गो सिंगल परमाणु वाला ऑक्सीजन में टूट जाला। हालाँकि, सिंगल परमाणु ऑक्सीजन स्थाई ना होला आ ई दुनों परमाणु तेजी से कौनों तिसरहा ऑक्सीजन परमाणु के साथे जुड़ के तीन परमाणु वाला ऑक्सीजन बना लेलें — इहे ओजोन हवे।