मानसून
मानसून (अंग्रेजी: monsoon), परंपरागत परिभाषा की हिसाब से, हवा के दिसा में एक सीजन से दूसरा सीजन के बीच हवा के दिसा में उलटफेर आ एकरा चलते बरखा के मात्रा के प्रभावित होखले के सिस्टम हवे।[1] हालाँकि, अब मानसून के अरथ धरती के वायुमंडल में बड़ा पैमाना पर होखे वाला सर्कुलेशन से लिहल जाला जेकर कारण जमीनी आ समुंदरी हिस्सा के अलग-अलग तेजी से गरम होखल, आ आइटीसीजेड के सीजनल घसकाव बाड़ें।[2][3]
दुनिया के सभसे प्रमुख मानसून सिस्टम सभ में एशिया-ऑस्ट्रेलिया, पच्छिमी अफिरका, उत्तर अमेरिकी आ दक्खिन अमेरिकी मानसून बाड़ें। भारतीय मानसून जेकरा के दक्खिन-एशियाई मानसून भी कहल जाला, एशिया-ऑस्ट्रेलिया के मानसून क हिस्सा हवे। उत्तर आ दक्खिन अमेरिका में, चाहे यूरोपो में अइसन सिस्टम पावल जालें जहाँ हवा के दिसा सीजन के साथे उलट जाला हालाँकि, ई उलटफेर एकदम से पूरा ना होखे ला आ एही कारन एह सिस्टमन के मानसून माने पर बिबाद बा।[4] कई बेर इनहन के स्यूडोमानसून (pseudo-monsoon) के नाँव दिहल जाला। अइसन सूडोमानसून वाला इलाका उत्तरी अमेरिका[5], ऑस्ट्रेलिया[6], आ अफ्रीका में चिन्हित कइल गइल बाड़ें।[7]
भारत में आमतौर प, बोलचाल की भाषा में, मानसून शब्द के प्रयोग बरखा के सीजन खातिर होला, हालाँकि मानसून के दौरान बीच-बीच में सूखा मौसम के दौर भी आवे लें, काहें से की मानसून के बरखा कई फेज भा चक्र के रूप में आवे ले।
नाँव उत्पत्ती
संपादन करींमानसून शब्द अंग्रेजी के हवे, ब्रिटिश राज में भारत, बांग्लादेश, बर्मा, पाकिस्तान आ आसपास के इलाका में गरमी के सीजन के बाद बंगाल के खाड़ी आ अरब सागर से उठे वाली नम हवा के जमीनी हिस्सा पर पहुँच के भारी बरखा करे के घटना खातिर इस्तमाल शुरू भइल।[8][9]
एशियाई मानसून
संपादन करींएशियाई मानसून के मजबूत रूप वाला होखे के संबंध लगभग 5 करोड़ साल पहिले भारतीय उपमहादीप आ एशिया के टक्कर के बाद तिब्बत पठार के उठान से बतावल गइल बा।[10] अरब सागर के रिकार्ड आ चीन के लोएस पठार में हवा से उड़ावल धूल के अध्ययन के बाद कई भूबिज्ञानी लोग के मानल ई बा कि मानसून पहिली बेर लगभग 80 लाख साल पहिले मजबूत भइल होखी। हाल में चीन में पौधा जीवाश्म सभ के अध्ययन आ दक्खिन चीन सागर से मिलल नया लंबा समय ले चले वाला तलछट सभ के रिकार्ड सभ के आधार प बतावल जा रहल बा कि मानसून के समय 15–2 करोड़ साल पहिले शुरू भइल आ ई तिब्बत के सुरुआती उठान से जुड़ल रहल।[11] एह परिकल्पना के परीक्षण इंटीग्रेटेड ओशन ड्रिलिंग प्रोग्राम द्वारा गहिरा समुंद्र के नमूना लेवे के इंतजार बा।[12] एह समय से ले के अबतक ले मानसून के ताकत में काफी बदलाव भइल बा, ई बहुत हद तक वैश्विक जलवायु परिवर्तन से जुड़ल बा, खासतौर पर प्लेस्टोसीन बर्फ के जुग के चक्र से।[13] ईमियन इंटरग्लेशियल के दौरान 123,200 से 121,210 साल बीपी के एशियाई मानसून के जलवायु चक्र सभ के अध्ययन से पता चले ला कि इनहन के औसत अवधि लगभग 64 साल रहल, न्यूनतम अवधि लगभग 50 साल आ अधिकतम लगभग 80 साल रहल, ई आजुए के समय नियर रहल।[14]
दक्खिन एशियाई मानसून
संपादन करींदक्खिन एशिया, मने की मुख्य रूप से भारत आ आसपास के इलाका में आवे वाला मानसून, जेकरा के भारतीय मानसून भी कहल जाला, एह इलाका के एगो सबसे प्रमुख भूगोलीय फीचर हवे। एकरा के दू हिस्सा में बाँट के देखल जाला - जून से सितंबर-अक्टूबर ले चले वाला दक्खिन-पच्छिमी मानसून, आ अक्टूबर से जनवरी ले चले वाला उत्तर-पूरबी मानसून।
दक्खिन-पच्छिमी मानसून
संपादन करींदक्खिन-पच्छिम के गर्मी के मानसून जून से सितंबर ले होला; एही से एकरा के गर्मी के मानसून भी कहल जाला। उत्तरी आ मध्य भारतीय उपमहादीप के थार रेगिस्तान आ एकरे बगल के इलाका सभ में गरम गर्मी के समय काफी गरम हो जाला। एह से उत्तरी आ मध्य भारतीय उपमहादीप के ऊपर कम दबाव वाला इलाका पैदा हो जाला। एह खालीपन के भरे खातिर हिंद महासागर से नमी से भरल हवा उपमहादीप में लपके लीं। नमी से भरपूर ई हवा हिमालय के ओर बढ़े लीं जहाँ हिमालय एगो ऊँच देवाल नियर काम करे ला, हवा सभ के मध्य एशिया में जाए से रोके ला आ ऊपर उठे खातिर मजबूर करे ला। जइसे-जइसे बादर ऊपर उठे लें, इनहन के तापमान घटत जाला आ बरखा होला। उपमहादीप के कुछ इलाका सभ में सालाना 10,000 मिमी (390 इंच) ले बरखा होले।
आमतौर पर दक्खिन-पच्छिम के मानसून जून के सुरुआत के आसपास शुरू होखे के आ सितंबर के अंत ले हलुक पर जाये के अनुमान लगावल जाला। भारतीय प्रायदीप के सभसे दक्खिनी बिंदु पर पहुँचला पर नमी से भरल हवा, एकरे स्थलाकृति के कारण, दू हिस्सा में बिभाजित हो जाले: अरब सागर शाखा आ बंगाल के खाड़ी शाखा।
दक्खिन-पच्छिम मानसून के अरब सागर शाखा सभसे पहिले भारत के तटीय राज्य केरल के पच्छिमी घाट सभ पर टकरा जाले आ एह तरीका से ई इलाका भारत के पहिला राज्य बाटे जे दक्खिन-पच्छिम मानसून से बरखा पावे ला। मानसून के ई शाखा पच्छिमी घाट (कोंकण आ गोवा) के साथ उत्तर के ओर बढ़े ले आ पच्छिमी घाट के पच्छिम में तटीय इलाका सभ पर बरखा होले। पश्चिमी घाट के पूरबी ढाल पर एह मानसून से ढेर बरखा ना होला काहें से कि हवा पश्चिमी घाट के पार करे ले तब ई इलाका बरखा-छाया क्षेत्र में आ जाला।
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ Ramage, C., Monsoon Meteorology. International Geophysics Series, Vol. 15, 296 pp., Academic Press, San Diego, Calif. 1971.
- ↑ Trenberth, .K.E., Stepaniak, D.P., Caron, J.M., 2000, The global monsoon as seen through the divergent atmospheric circulation, Journal of Climate, 13, 3969–3993.
- ↑ "On Air–Sea Interaction at the Mouth of the Gulf of California", Paquita Zuidema and Chris Fairall, in Journal of Climate, Volume 20, Issue 9, May 2007, published by the American Meteorological Society
- ↑ Rohli, Robert V.; Vega, Anthony J. (2011). Climatology. Jones & Bartlett Learning. p. 187. ISBN 978-0763791018. Retrieved 2011-07-23.
- ↑ Spiridonov, V.; Ćurić, M. (2020). Fundamentals of Meteorology. Springer International Publishing. p. 247. ISBN 978-3-030-52655-9. Retrieved 2024-06-12.
- ↑ Barry, R.G.; Carleton, A.M. (2013). Synoptic and Dynamic Climatology. Taylor & Francis. p. 206. ISBN 978-1-134-96975-3. Retrieved 2024-06-12.
- ↑ Mizon, B.; Leroux, M. (2001). The Meteorology and Climate of Tropical Africa. Springer Praxis Books. Springer Berlin Heidelberg. p. 83. ISBN 978-3-540-42636-3. Retrieved 2024-06-12.
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- ↑ International Committee of the Third Workshop on Monsoons. The Global Monsoon System: Research and Forecast. Retrieved on 2008-03-16.
- ↑ Zhisheng, An; Kutzbach, John E.; Prell, Warren L.; Porter, Stephen C. (2001). "Evolution of Asian monsoons and phased uplift of the Himalaya–Tibetan plateau since Late Miocene times". Nature. 411 (6833): 62–66. Bibcode:2001Natur.411...62Z. doi:10.1038/35075035. PMID 11333976.
- ↑ P. D. Clift, M. K. Clark, and L. H. Royden. An Erosional Record of the Tibetan Plateau Uplift and Monsoon Strengthening in the Asian Marginal Seas. Archived 2008-05-27 at the Wayback Machine Retrieved on 2008-05-11.
- ↑ Integrated Ocean Drilling Program. Earth, Oceans, and Life. Archived 2007-10-26 at the Wayback Machine Retrieved on 2008-05-11.
- ↑ Gupta, A. K.; Thomas, E. (2003). "Initiation of Northern Hemisphere glaciation and strengthening of the northeast Indian monsoon: Ocean Drilling Program Site 758, eastern equatorial Indian Ocean" (PDF). Geology. 31 (1): 47–50. Bibcode:2003Geo....31...47G. doi:10.1130/0091-7613(2003)031<0047:IONHGA>2.0.CO;2.
- ↑ Wang, Zhenjun; Chen, Shitao; Wang, Yongjin; Cheng, Hai; Liang, Yijia; Yang, Shaohua; Zhang, Zhenqiu; Zhou, Xueqin; Wang, Meng (1 March 2020). "Sixty-year quasi-period of the Asian monsoon around the Last Interglacial derived from an annually resolved stalagmite δ18O record". Palaeogeography, Palaeoclimatology, Palaeoecology. 541: 109545. Bibcode:2020PPP...541j9545W. doi:10.1016/j.palaeo.2019.109545. S2CID 214283369. Retrieved 5 November 2022.
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